#कामदेव चूर्ण -- नाम ही काफी है काम शक्ति के लिए बेजोड़ योग । 👉सामग्री गोखरू ,पान की जड़ ,शतावर, विदारीकंद 40- 40 ग्राम कौंच के बीज ,उटंगन के बीच ,खरैटी के बीज ,अश्वगंधा 120-120 ग्राम छोटी इलायची ,तेजपत्ता, पिपली, आमला, केसर, लाल चंदन, बालछड़, नागकेसर ,लौंग, गिलोय, तवासीर असली ,चातरजात (दालचीनी तेजपत्र नागकेसर छोटी इलायची) 5 - 5gm 👉कामदेव चूर्ण बनाने की विधि :-- इन सभी चीजों को लेकर पाउडर कर ले , सिंबल का काढ़ा बनाकर 21 भावना दो। फिर इसी तरह से कुशा के रस की 21 भावना दो ।(भावना का मतलब होता है जिस जड़ी बूटी की भावना देनी होती उसका रस निकाल कर यहां काढ़ा बनाकर दवाई को उस में भिगोकर रख तो जब वह सूख जाए तब एक भावना हो जाएगी) जब यह पाउडर बिल्कुल सूख जाए ,तब इसके वजन जितनी मिश्री डालकर अच्छे से मिक्स कर लो ,फिर किसी कांच के बर्तन में डाल कर रख लो। 👉कामदेव चूर्ण के फायदे:-- यह चूर्ण शीतल, पौष्टिक और कामोत्तेजित हैं । यह चूर्ण उन लोगों के लिए अमृत सम्मान काम करता है जिन लोगों ने बचपन में अपनी बुरी आदतों के कारण अपने वीर्य कान नाश कर लिया हो । ऐसे लोगों के लिए यह एक वरदान के समान है।