आयुर्वेद का प्रयोजन

आयुर्वेद के दो प्रयोजन है ।

1. स्वस्थ मनुष्य के स्वास्थ्य की रक्षा करना ।

2. रोगी मनुष्य के रोग का निवारण करना ।

उपरोक्त  दोनों प्रयोजन जीवित प्राणी पर ही सिद्ध हो सकते हैं । इसीलिए इस विज्ञान का नाम आयुर्वेद रखा गया है । जिस विज्ञान द्वारा आयु के संबंध में ज्ञान प्राप्त होता है उसे आयुर्वेद कहते हैं ।

Comments

Popular posts from this blog

काम शक्ति के लिए बेजोड़ योग - नाम ही काफी है -कामदेव चूर्ण

शीघ्रपतन और स्वपनदोष का रामबाण उपाय - धातु पौष्टिक चूर्ण

संभोग के शौकीन लोगों के लिए अमृत समान है।संभोग शक्ति के लिए एक वरदान - भांग पाक